Naturopathy (नेचुरोपैथी)
Naturopathy प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी)
नेचुरोपैथी को हिंदी भाषा में प्राकृतिक चिकित्सा कहा जाता है। आजकल नेचुरोपैथी बहुत प्रचलित है और कई लोग नेचुरोपैथी के तहत ही अपना इलाज करवाते हैं। हालांकि नेचुरोपैथी क्या होती है। इसके बारे में काफी कम लोगों को ही पता होता है और ऐसा होने पर लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं।
नेचुरोपैथी का वर्णन वेदों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। पुराने समय में नेचुरोपैथी की मदद से ही रोगों को सही किया जाता था। नेचुरोपैथी (Naturopathy in Hindi) की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे शरीर को कोई नुकसान या दर्द नहीं पहुंचती है और बिना शरीर को कोई हानि पहुंचाए रोग सही हो जाता है। नेचुरोपैथी के तहत ना केवल रोग को सही किया जाता है। बल्कि साथ में ही रोगी को मानसिक रुप से भी मजबूत बनाया जाता है।
नेचुरोपैथी के तहत प्रकृति के पांच मूल तत्व का प्रयोग किया जाता है जो कि पृथ्वी, अग्नि, आकाश, जल और वायु है। इन पांच तत्व का प्रयोग कर व्यक्ति को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान की जाती है। अगर ओर सरल शब्दों में समझा जाए, तो नेचुरोपैथी के तहत प्रकृति से मिलने वाली चीजों का प्रयोग कर रोगों को सही किया जाता है।
नेचुरोपैथी की नींव व्यायाम, धूप, स्वच्छ पानी, तनाव प्रबंधन, स्वस्थ आहार आदि की महानता पर आधारित है। प्राकृतिक चिकित्सा हमेशा स्व-स्वास्थ्य के महत्व, बीमारी के लक्षणों को कम करने, संपूर्ण मानव तंत्र को संतुलित करने और शरीर की स्व-उपचार क्षमता का समर्थन करने की वकालत करती है।